अफ़साना
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अफ़साना

लॉक डाउन की एक अधूरी सी प्रेम कहानी।
जब चाहत कैसी समझ न पाए , दिल कहीं और हैं,पर फिर भी किसी से मिल जाये ? कैसा धोखेबाज़ है दिल , जो करीब है उसी का हो जाये, कभी रूबरू हुए हैं ऐसी बेबुनियाद चाहतों से?